विकाश कुमार यादव (16 जुलाई, 1995) का जन्म [ [1]] के [ [2]] जिला में हुआ हैं. इनके पिता का नाम जीतेन्द्र कुमार है और माता का नाम शोभा देवी. विकाश कुमार आज एक सफल भारतीय ब्लॉगर हैं.
विकाश का जन्म दरभंगा के छोटे जिले में हुआ है. प्रारंभिक शिक्षा शहर के Kid Care School नाम के स्कूल में हुई थी इसके बाद इन्हें एक हॉस्टल में रख दिया गया था. फिर इन्हें जिले के एक बरे स्कूल में दाखिला मिला जिसका नाम Jesus & Mary Acadmy है. हाई स्कूल तक की पढाई इन्होने यही की है लेकिन बाद में इन्हें राजधानी पटना जाना परा. वहा इन्होने Anand Kumar से कोचिंग क्लास लिया और 12 क्लास तक की पढाई पूरी की. 12 क्लास की पढाई के बाद उन्होंने भारत की राजधानी Delhi आने का फैसला लिया था. जहा से बी.टेक की शिक्षा चाहते थे लेकिन किसी कारणवश इन्हें वापस आना परा और फिर दरभंगा जिला से ही गणित विषय से ग्रेजुएट किया.
एक दिन इनके मन में आया क्यों न एक वेबसाइट बनाई जाये जिसे और भी लोगो को फायदा होगा. 7 अक्टूबर 2015 को इन्होने एक ब्लॉग बनाया जिसका नाम था Gyanbook. इस ब्लॉग पर रात दिन म्हणत करने के बाद इनकी पहली कमाई 6 महीने बाद मिली लेकिन फिर मेहनत और किस्मत ने इनका साथ दिया जिससे इन्होने अपनी कमाई को कई गुना अधिक कर लिया हैं. आज इन्होने बहुत से वेबसाइट बनाये हैं. और वेबसाइट डिजाईन करके या ब्लॉग लिख कर इनकी कमाई बहुत अच्छी हो रही हैं.
विकाश कुमार यादव (16 जुलाई, 1995) का जन्म [ [1]] के [ [2]] जिला में हुआ हैं. इनके पिता का नाम जीतेन्द्र कुमार है और माता का नाम शोभा देवी. विकाश कुमार आज एक सफल भारतीय ब्लॉगर हैं.
विकाश का जन्म दरभंगा के छोटे जिले में हुआ है. प्रारंभिक शिक्षा शहर के Kid Care School नाम के स्कूल में हुई थी इसके बाद इन्हें एक हॉस्टल में रख दिया गया था. फिर इन्हें जिले के एक बरे स्कूल में दाखिला मिला जिसका नाम Jesus & Mary Acadmy है. हाई स्कूल तक की पढाई इन्होने यही की है लेकिन बाद में इन्हें राजधानी पटना जाना परा. वहा इन्होने Anand Kumar से कोचिंग क्लास लिया और 12 क्लास तक की पढाई पूरी की. 12 क्लास की पढाई के बाद उन्होंने भारत की राजधानी Delhi आने का फैसला लिया था. जहा से बी.टेक की शिक्षा चाहते थे लेकिन किसी कारणवश इन्हें वापस आना परा और फिर दरभंगा जिला से ही गणित विषय से ग्रेजुएट किया.
एक दिन इनके मन में आया क्यों न एक वेबसाइट बनाई जाये जिसे और भी लोगो को फायदा होगा. 7 अक्टूबर 2015 को इन्होने एक ब्लॉग बनाया जिसका नाम था Gyanbook. इस ब्लॉग पर रात दिन म्हणत करने के बाद इनकी पहली कमाई 6 महीने बाद मिली लेकिन फिर मेहनत और किस्मत ने इनका साथ दिया जिससे इन्होने अपनी कमाई को कई गुना अधिक कर लिया हैं. आज इन्होने बहुत से वेबसाइट बनाये हैं. और वेबसाइट डिजाईन करके या ब्लॉग लिख कर इनकी कमाई बहुत अच्छी हो रही हैं.